11 अप्रैल 2025 : बरबाद गुलिस्ताँ करने को एक ही उल्लू काफ़ी है,हर शाख़ पर उल्लू बैठा है, अंजाम-ए- गुलिस्ताँ क्या होगा? साख पे बैठे उल्लुओं ने साख पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं,विष्णु देव सरकार अपने सुशासन के दावों को पुख्ता करने के लिए सुशासन तिहार मना रही है,तिहार यदि सुशासन का है तो फिर भ्रष्टाचार के प्रति रवैय्या क्यों इतना उदासीन है,पैसों की खनक से उपजी सनक, हनक के घोड़े पर सवार होती है ,इस हनक के लिए पैसा चाहिए ,चाहे वों भ्रष्टाचार से ही आये, न्यायाधीश के घर खाली नोट नही जले ,न्यायपालिका की विश्वसनीयता भी जली ,छत्तीसगढ़ के नामी राजनीतिज्ञ का चुनाव तब अवैध घोषित हुआ जब पांच साल वों केंद्र में मंत्री रह लिए, छत्तीसगढ़ के शैशव काल में PSC चयनित अभ्यार्थियों के अंको में हेरा फेरी हुई ,कम प्राप्तांक वाले डिप्टी कलेक्टर बन गए ,योग्य देखते रह गए मामला आज भी सर्वोच्च न्यायालय में लंबित है,तब के वों डिप्टी कलेक्टर आज IAS हो गए ये है गठजोड़ भ्रष्टाचार का जहां भ्रष्टाचारी प्रतिष्ठित हो भाग्य विधाता बन रहे, भ्रष्टाचार फल फुल रहा और न्याय कुम्हला रहा,भ्रष्टाचार के पैसे न्यायाधीश के घर की डेहरी लांघ सकती हैं तो फिर कोई भ्रष्टाचारी क्यों सारी सीमांए भ्रष्टाचार के लिए नही लांघेगा और यही हो रहा ।
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भ्रष्टाचार के आरोपों ने ही पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार को रुखसत किया आरोपों में दम था या भाजपा ने दम लगाया ,जनता ने जरुर अपना दम दिखाया,दम निकालने की वही कोशिशें फिर पुरे दम से दनादन की जा रही हैं ,पूर्ववर्ती सरकार के घपले घोटालों की जाँच हो रही,कुछ जेल में तो कुछ जेल की ड्योढ़ी तक पहुँच ढिठाई दिखा रहे, चुनाव प्रबंधन के लिए पैसों की महत्ता ,सत्ता में रहते सबसे अच्छी की जा सकती है ,पूर्व सरकार के इस सूत्रवाक्य पर इस सरकार के भी कुछ मंत्री, नेता चलने लगे हैं,कुछ ने हवा का रुख भांपा मौन व्रत तोड़ राम रावण की बातें करने लगे ये रिश्ता क्या कहलाता है ? मंत्री परिषद में दो मंत्रियो की जगह खाली है पर लगता है कुछ मंत्रियों को अपनी कुर्सी गवानी है ,बशर्ते सुशासन वाली सरकार भ्रष्टाचार पे अपने जीरो टालरेंस के दावे पर कायम रहे,CCGMSC में हजारों करोड़ का घोटाला कांग्रेस सरकार में हुआ पर क्या अब नही हो रहा ? भ्रष्टाचार की वों अमरबेलें आज भी आच्छादित हो रही, वर्तमान स्वास्थ्य मंत्री को सरकार अपने विभाग के स्वास्थ्य से ज्यादा चिंता, अपने पूर्ववर्ती मंत्री भ्रष्टाचारी अधिकारियों व सप्लायरो के स्वास्थ्य की है ।
सरकार की साख जाये तो जाये, कुर्सी रहे या जाये पर तिजोरी पूरी भरी जाय ,घोटालों के खुलासे के बाद भी मंत्री सवास्थ्य ने मोक्षित कॉर्पोरेशन का भुगतान होने दिया ,पिछले 8 महीनें से 700 सौ खून जाँच की मशीने बंद पड़ी हैं ,उन्हें चालू करने के लिए भ्रष्टाचार का नया खेल खेला जा रहा ,जेम पोर्टल से खरीददारी करने की बात करने वाले स्वास्थ्य मंत्री तकनीकी खेल खेल रहे, मोक्षित को फिर अनुग्रहित करने की साजिश रच रहे ,मोक्षित के पैसों से कइयों ने मोक्ष प्राप्त किया ,उसी मोक्ष के अभिलाषी बन वर्तमान सरकार के मंत्री ,अधिकारी काले इतिहास को फिर दोहरा रहे, ये मंत्री तो अनपढ़ भी नही हैं ,रसायन के परा स्नातक रसायनिक पदार्थों को ही नही समझ रहे, नासमझी नही दिखावा हो रहा, बचाव सब भ्रष्टाचारियों का हो रहा ,ऐसे कैसे बहार आएगी भ्रष्टाचार कालिख होता है ,श्याम नही जो प्यारा हो, श्याम बिहारी कैसे कर रहे स्याह करतूतें क्या यही है सुशासन तिहार का उपहार ? स्वास्थ्य के बिगड़े हुए स्वास्थ्य को और बिगाड़ा जा रहा, मोक्षित वाला तो मंत्री ही नही आकांक्षी मंत्री से भी अपने संबंध बता रहा ,अरबों के खेल खेलने वाले के लिए कुरूद दुर्ग की दुरी ही क्या जेल में छुट्टा घूम रहा ,मोबाइल पे बतिया रहा ,जनसंपर्क वाले भी हैं बड़े खिलाड़ी व्यापकता भ्रष्टाचार की महाकुंभ से राजिम तक आई, राजिम कुंभ में स्टॉल तो लगा छोटा ,फरवरी के महीनें में लगाये कई AC कई ऐसे साक्ष्य हैं जो खुद भ्रष्टाचार को बयां कर रहे । प्रयाग में व्यापक ,राजिम में भी व्यापक संवाद में हर जगह व्यापक, क्या है इस व्यापक चाहत की कहानी ? चाह भागीदारी की भ्रष्टाचार में हिस्सेदारी की ? करोड़ो का खर्चा बस एक स्टॉल के लिए ,ये है सुशासन तिहार का छत्तीसगढ़ियों के लिए उपहारों का इंस्टॉलमेंट ,मंत्री गृह नक्सल उन्मूलन में व्यस्त है ,मंत्री जेल तक खबर ही नही की घपले घोटालों के आरोपी जेल में मस्त हैं ,नीव भ्रष्टाचार की हो तो ईमारत का क्या होगा ? गठजोड़ भ्रष्टाचार से तों छत्तीसगढ़ियों का क्या होगा ?आप मना रहे सुशासन तिहार छत्तीसगढ़िया गा रहे -----------------------हमला झन देबे भगवान,अईसन घोटालेबाज नेता झन देबे
चोखेलाल
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मुखिया के मुखारी व्यवस्था पर चोट करती चोखेलाल की टिप्पणी
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