14 अप्रैल 2025: 'छाज (सूप) बोले तो बोले, छलनी भी बोले जिसमें हजार छेद' - देश के राजनीतिक परिदृश्य के साथ प्रशासनिक और नैतिकता भी उपरोक्त सूक्ति से ग्रस्त है, बुद्धजीवी इसके सबसे बड़े शिकार ,26/11 हादसे में अपनी आतुरता के लिए उच्चतम न्यायालय से तल्ख टिप्पणियाँ पाने वाली मीडिया ( बुद्धजीवी ) आज भी नही सुधर रहे, तब पाकिस्तानी आतंकवादियो को सीधे प्रसारण के जरिए सुरक्षा एजेंसियों की जवाबी कार्यवाही दिखा रहे थे ,उनकी शहीदी का कारण बनकर भी उन्हें चैन नही है, तब की सरकार के साथ मिलकर भगवा आतंक की कहानी लिख रहे थे आज तहव्वुर राणा के मानवाधिकार के लिए रों रहे । समझौता एक्सप्रेस धमाकों के आरोपी पाकिस्तानी आतंकियों को छोड़ दिया ,हिंदूओं को उसमे आरोपी बना दिया सारी न्यायालयीन प्रक्रिया की धज्जियां उड़ाई गई ,आतंकी जिसने इस घटना को अंजाम दिया उसकी स्वीकारोक्ति है ,पर तत्कालीन सरकार उसके लिए हिंदूओं को आरोपित कर भगवा आतंक की कहानी गढ़ देती है, तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण से भेद खुलने का डर कई कांग्रेसियों और दिग्गी की घिघ्गी बाँध रहा,तब की राजनीति के राज खुलेंगे, सत्ता संकट का परिणाम था देश का बटवारा, आपातकाल और आज की राजनीतिक परिस्थितियां महाकुंभ के 66 करोड़ सनातनी समागमियों की जागी अस्मिता विपक्ष के इच्छाओं पर घात है ,इससे उपजे परिस्थितियों में विपक्ष को फिर सत्ता संकट दिख रहा ,सरकार को लकवा ग्रस्त करना संसद को ढप करना चुनाव और संसद में हारी विपक्ष अब सड़क में जीत ढूंढ रही है।
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दुहाई संविधान की और संवैधानिक तरीके से बने वक्फ कानून के विरोध में सड़को पर उतरी है ,यदि ये विरोध वक्फ की वजह से हो रहा है,तो उन प्रदर्शनों में आतंकी संगठनों और फिलिस्तीन का झंडा क्यों ? क्यों मुर्शिदाबाद में हिन्दुओं की हत्या हुई ? मंदिर तोड़े गए ,लोग पलायन के लिए मजबूर हुए ,महाकुंभ को मृत्यु कुंभ कहने वाली ममता और उसकी पुलिस मौन रही, सारे इंडी गठबंधन ने ख़ामोशी ओढ रखी है,राजनीति में दलित मुस्लिम गठजोड़ की बात करने वाले बतायें, भारत और पाकिस्तान दोनों के कानून मंत्री दलित थे तबकी दोनों सरकारों ने आंबेडकर और मंडल के साथ क्या न्याय किया ? बाबा साहब हिंदू कोड बिल ,धारा 370 ,35 ए के विरोधी और सामान नागरिक संहिता के पक्षधर थे ,नेहरु की सरकार ने उनकी बातें क्यों नही मानी ? संसद में बोलने से भागने वाले राहुल गाँधी का मिथ्या आरोंप होता है की उन्हें बोलने नही दिया गया,देश के संविधान निर्माता और पहले कानून मंत्री बाबा साहब को संसद में उनका इस्तीफा भाषण पढ़ने नही दिया गया बोलने नही दिया क्यों ? बाबा साहब मुम्बई सेंट्रल से करीब 14 हजार वोटो से चुनाव हारे ,जिस चुनाव में करीब 74 हजार मत अवैध घोषित किये गए थे।
ना बाबा साहब का तैल चित्र संसद में, ना भारत रत्न, ये था बाबा साहब को कांग्रेसी सम्मान और आज उसी संविधान निर्माता की दुहाई दे रहे, कांग्रेस को राजनीति आती तो पाकिस्तान के प्रथम कानून मंत्री जोगिंदर मंडल को भारत में गुमनाम निर्वासित जीवन ना जीना पड़ता, उनकी आवाज अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बुलंद कर पाकिस्तान को बेनकाब करते पर दलित मुस्लिम गठबंधन और और दलित प्रेम दिखावा था, जिसके प्रमाण बाबा साहब के मुस्लिम धर्म को लेकर दिए गए वक्तव्य है जिनकी चर्चा तथाकथित दलित प्रेमी विपक्षी पार्टियां कभी नही करतीं , 66 करोड़ का समागम देख जातिवादी, अराजकता वादी राजनीति कर रहे, अकललेस ,राहुल ,9 वीं फेल, ममत्व हिन् ममता और उन जैसों को सुमन में तों दलित दिख रहा पर बांग्लादेश और बंगाल में मारे जा रहे हिंदू दलितों पर करुणा नही आ रही,हिंसा अपराध है तो बोटी -बोटी काट देने का बयान देने वाला मसूद सांसद कैसे है? फूलनदेवी ,अतीक ,अफजाल जैसे संसद में कैसे बैठे? सपा तहव्वुर राणा की गिरफ्तारी की वजह मुसलमान होना बता रही, अपने राणा संग्राम को गद्दार बता रही क्यों ? अखिलेश फिर फूलन को महिमामंडित कर रहे, जाति संघर्ष में करणी सेना की काट खोज रहे,वक्फ का विरोध हिंदू विरोध में परिवर्तित हो चूका है,दिल्ली में जोरबाग की वक्फ सम्पत्तियों पर अवैध कब्जे को लेकर कांग्रेसी अहमद पटेल आप के अमानतुल्लाह खान ,मतीन चौधरी, हैदराबाद में ओवैसी ,उतराखंड में डम्पी से लेकर पुरे देश में कई नेताओं, मुस्लिम धर्म गुरुओं और वक्फ के कर्ता धर्ताओं पर मुस्लिम सामाज का आरोंप है, इन अवैध कब्जों में संलिप्प्ता पर सब मौन हैं ,सर्वोच्च न्यायालय ,राज्यपाल और राष्ट्रपति को तो समयसीमा में बांध रही पर संवैधानिक वक्फ कानून को ममता बंगाल में, अंसारी झारखंड में, तेजस्वी बिहार में लागु ना करने का असंवैधानिक वक्तव्य दे रहे उसका संज्ञान नही ले रही, क्या संसद कानून ना बनाए ? या सरकार निर्णय ना लें ? लोकतंत्र में कानून है तो न्यायालय की जगह सड़क की लड़ाई क्यों ? विरोध प्रदर्शन में हिंसा क्यों ? क्यों मुर्शिदाबाद चार दिन से जल रहा ,हिन्दुओं की मौत पे चाय पीकर सांसद माखौल उड़ा रहा ,मुर्शिदाबाद में मुस्लिम बच्चे भीड़ का हिस्सा हैं ,दंगो में अग्रणी हैं,आतंक का ये पाठ उन्हें कौन पढ़ा रहा ? बढ़ावा वक्फ के नाम पर कौन दे रहा ? असंतोष सरकार से वक्फ कानून से तों मुस्लिम धर्मांधता में ------------------------------------ दंगो की भेट दलित हिंदू क्यों चढ़ रहा ?
चोखेलाल
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मुखिया के मुखारी व्यवस्था पर चोट करती चोखेलाल की टिप्पणी
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