क्या आपने कभी ध्यान दिया है कि बहुत से लोग जिनकी त्वचा गोरी होती है, उनके घुटने और कोहनी काले होते हैं? यह समस्या न सिर्फ गहरे रंग वाले लोगों को बल्कि गोरे से गोरे व्यक्तियों को भी प्रभावित कर सकती है।डर्मेटोलॉजिस्ट के अनुसार, यह एक सामान्य समस्या है, और इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं। इसमें त्वचा की बनावट, सूखापन, और शरीर के इन हिस्सों पर दबाव पड़ने जैसे तत्व शामिल हैं। अगर आप भी इस कालेपन से परेशान हैं, तो आइए जानते हैं इसके कारण और इससे छुटकारा पाने के उपाय।
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1. इन हिस्सों की त्वचा अलग होती है
घुटनों और कोहनी की त्वचा बाकी शरीर की त्वचा से बहुत अलग होती है। इन जगहों की त्वचा में अन्य हिस्सों की तुलना में ज्यादा मोटाई होती है, जिससे यहां रक्त संचार थोड़ा कम होता है और त्वचा सूखी रहती है। यही कारण है कि यह त्वचा जल्दी डल और काली हो जाती है। इसके अलावा, जब इन हिस्सों पर ज्यादा रगड़ या दबाव पड़ता है, तो त्वचा पर मेलानिन का निर्माण बढ़ जाता है, जिससे कालापन और भी अधिक बढ़ जाता है। ये हिस्से बिना किसी सुरक्षा के ज्यादा उजागर होते हैं, जिससे शरीर के अन्य हिस्सों की तुलना में अधिक रंग बदलाव हो सकता है।
2. अक्सर इन हिस्सों पर दबाव पड़ता है
हमारे घुटने और कोहनी उन हिस्सों में आते हैं जो रोज़मर्रा के कार्यों के दौरान अधिक दबाव और रगड़ खाते हैं। जैसे जब हम बैठते हैं, झुकते हैं या घुटनों पर दबाव डालते हैं, तो यह हिस्से सबसे अधिक प्रभावित होते हैं। लंबे समय तक इन हिस्सों पर दबाव पड़ने से, त्वचा की बाहरी परत की कोशिकाएं अधिक सक्रिय हो जाती हैं, जिससे वहां अधिक मेलानिन का उत्पादन होता है। यह कारण है कि घुटने और कोहनी पर कालापन बढ़ने लगता है।
3. ड्राई स्किन
घुटनों और कोहनी की त्वचा में अन्य हिस्सों की तुलना में नमी की कमी होती है। यह हिस्सा बहुत अधिक सूखा रहता है, खासकर जब हम इसे सही तरीके से हाइड्रेटेड नहीं रखते। सूखी त्वचा पर कालापन ज्यादा दिखाई देता है क्योंकि सूखी त्वचा के ऊपर डेड स्किन सेल्स जमा हो जाते हैं, जिससे त्वचा का रंग गहरा दिखता है। इसके अतिरिक्त, जब इन हिस्सों में त्वचा की नमी की कमी होती है, तो यह और भी अधिक डल और खुरदरी दिखने लगती है।
4. सूरज की किरणें
घुटने और कोहनी सूरज की किरणों के सीधे संपर्क में आते हैं, क्योंकि ये शरीर के बाहर होते हैं और हम अक्सर इन्हें ढकते नहीं हैं। सूरज की हानिकारक अल्ट्रावॉयलेट (UV) किरणें त्वचा में मेलानिन का उत्पादन बढ़ाती हैं, जिससे इन हिस्सों का रंग गहरा हो जाता है। मेलानिन एक प्राकृतिक तत्व है जो त्वचा, बाल और आंखों को रंग देता है। यह एक अमीनो एसिड टायरोसिन से बनता है और त्वचा की बाहरी परत में स्थित मेलानोसाइट कोशिकाओं में उत्पादित होता है। UV किरणों का अत्यधिक संपर्क इन कोशिकाओं को उत्तेजित करता है, जिससे काले धब्बे और गहरे रंग की समस्या उत्पन्न हो सकती है।
5. कुछ खास बीमारियां भी वजह हो सकती हैं
कभी-कभी घुटनों और कोहनी के कालेपन का कारण स्वास्थ्य संबंधित कुछ बीमारियां भी हो सकती हैं। हाइपरपिग्मेंटेशन जैसी समस्याएं, जहां त्वचा में अत्यधिक मेलानिन का निर्माण होता है, या फिर स्किन ड्राईनेस जैसी स्थितियां भी इसका कारण बन सकती हैं। अगर यह समस्या लंबे समय से बनी हुई है और अन्य उपायों से ठीक नहीं हो रही है, तो यह एक संकेत हो सकता है कि आपको मेडिकल परामर्श की आवश्यकता है। डॉक्टर से सलाह लेने से आपको सही उपचार मिल सकता है और यह समस्या जल्दी ठीक हो सकती है।
कालेपन से छुटकारा पाने के उपाय:
# मॉइश्चराइज करें: घुटनों और कोहनी की त्वचा को अच्छी तरह से मॉइश्चराइज करें ताकि यह सूखी न रहे और उसमें नमी बनी रहे। इसके लिए अच्छे मोइश्चराइजिंग क्रीम या तेल का इस्तेमाल करें।
# हल्के स्क्रब का इस्तेमाल करें: डेड स्किन को हटाने के लिए हल्के स्क्रब का इस्तेमाल करें। इससे त्वचा की मृत कोशिकाएं हट जाएंगी और नई त्वचा उभर कर सामने आएगी।
# सनस्क्रीन का उपयोग करें: अगर आप बाहर जा रहे हैं, तो घुटनों और कोहनी पर सनस्क्रीन जरूर लगाएं। यह सूर्य की UV किरणों से बचाएगा और त्वचा के रंग को हल्का बनाए रखेगा।
# नींबू और शहद का मिश्रण: नींबू और शहद का मिश्रण इन हिस्सों पर लगाने से कालापन कम हो सकता है। नींबू में ब्लीचिंग गुण होते हैं, जबकि शहद त्वचा को हाइड्रेट करता है।
इन उपायों को अपनाकर आप अपने घुटनों और कोहनी के कालेपन को कम कर सकते हैं और अपनी त्वचा को स्वस्थ और निखरी हुई बना सकते हैं।
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