29 अप्रैल 2025 : सर्प केचुली उतार भी ले तो भी रहता सर्प ही है,हर सर्प विषधर नही होता पर कुछ के काटे पानी नही मागते, इतने जहरीले होते हैं । छत्तीसगढ़िया और खासकरके जशपुर अंचल के लोग सर्प के नैसर्गिकता को अच्छे से समझते हैं ,छ .ग. शासन के मुखिया जशपुर वासी हैं विषधरो की पहचान अच्छे से जानते है,पर पता नही क्यों प्रशासनिक विषधरो को पहचानकर अलग नही कर पा रहे ,विषधर अपनी आदत नही छोड़ नही सकते,कुछ कर नही सकते तो विषधरो की सैय्या बना विष्णु नाम को चरितार्थ करिए । प्रशासनिक विषधरो ने इंसेंटिव अगेंस्ट सर्विसेस (IAS) इंसेंटिव पाओ सर्विसेस (IPS) इंसेंटिव फॉर सर्विसेस ( IFS ) इंसेंटिव घपले घोटाले हैं ,जो उनके सर्विसेस के काले कमाई का जरिया हैं, कितनी सुंदरता से उन्होंने अखिल भारतीय सेवा संवर्गो के नामों को नए ढंग से परिभाषित और चरितार्थ किया है । इन विषधरो को दूध पिला सरकार क्या हासिल कर लेगी? एक दिन की नागपंचमी 365 दिन मना के क्या हासिल कर लेगी ? इन विषधरो ने पांच साल खूब फुफ्करा क्योंकी सरकार में बैठे सपेरों ने इन्हें खूब दुलारा, उन्होंने इन विषधरो को अपनी कमाई का जरिया बनाया, सांप सपेरों ने मिल दाऊ दलाल गिरोह बना छत्तीसगढ़ को खूब लूटा ,लुट की खुली छुट ,उपर तक जमानतियो की टोली थी, पर इस सरकार की शीर्षस्थ की ना खाऊंगा ,ना खाने दूंगा की बोली है।
ये भी पढ़े :मुखिया के मुखारी – कड़ी से कड़ी जुड़ रही,हथकड़ी कका को ढूंढ रही
राज्य सरकार की भ्रष्टाचार की जीरो टॉलरेंस की नीति है,बोली नीति का परिपालन क्या हो रहा ? पापी के पापों की सजा में देरी सरकार को बनाएगी बुरी ,जो अधिकारी सरकार के नीति संग चल रहे अपने संगियो के खिलाफ जाँच कर रहे ,उन्हें सरकार प्रोत्साहित कर पा रही है? ACB और EOW सक्रिय है पर अभियोजन निष्क्रिय है ,बारी -बारी से जमानत की पारी यारी का खुल्ला प्रमाण है,फिर भी कसी नही जा रहे कसौटियों पर इनकी निष्ठा,निष्ठावानों के प्रयास हो रहे अबिरथा ,घोटालेबाज अबीर बन आज भी उड़ रहे, चढ़ावे के दम पर आज भी पद भोग ले रहे, 90 माननीयों की संबंधो में आत्मीयता झलक रही, छोटे राज्य में संबंधो की बदनामी की चर्चा बड़ी हो रही । CGMSC के तार बिजली के तारों से ज्यादा फैलें हैं,करंट इतनी की छूने की पूरी हिम्मत नही हो रही ,पसीने छुट रहे ,दस्तानों की जरूरत में दस्ताने वाले छुट रहे ,पूर्व मंत्री पांच IAS अफसरों की भूमिका संदिग्ध है, गिद्ध बनकर दाऊ दलाल गिरोह ने CGMSC को नोचा है ,मंत्री वर्तमान ना जाने क्यों है मेहरबान ? बेनामी सम्पत्तियों ,निवेशों के साक्ष्य हैं, अमानक उपकरण दवाई की हुई खपाई ,नियमों, अनुशंसाओं की उड़ाई गई धज्जियां ,शक नही की शशांक को राजनीतिक संरक्षण है ।
कारावास को जलवा आवास बनाए उसने रखा है ,व्यवसाय भ्रष्टाचार का जेल से संचालित, संरक्षित हो रहा है, कौशिक पैसों का आशिक पलटे नियम पाटनवार ने अकेले नही पूरा दाऊ दलाल गिरोह की मिलीभगत है,नौकरी सरकरी मेडिकल स्टोर की चैन है, प्रिज्म में भ्रष्टाचार के रंग समाहित हैं ,भ्रष्टाचार की तुलसी तुलस्यान तक पहुंची ,ज्यादा नही मोबाईल की ही जाँच कर लीजिये बेनामी निवेशों के साक्ष्य नष्ट हो उसके पहले जब्ती करने का कष्ट कर लीजिये ।पानी जैसा रंग है दोनों सरकारों पर चढ़ा जिसका रंग है,पद्म का पद नही मिनी पहले हाथ को सजाया कमल से ,अब कमल वालों के साथ है, वंदन महतारी का सरकार कर रही, CGMSC में पद बरक़रार रख आज भी पूरा महतारी वंदन कर रही, खैरागढ़ वाले की खैर बढ़ी जा रही,नए सिरे से जलवा ए जलाल बनी हुई ,बचे हैं बहुत सारे ,सारे हिस्सों का कमाल है हिस्सेदारी हो रही अब भी उसी का जलवा ए जलाल है,बीड़ी में भी सुलगा भ्रष्टाचार है, तेंदुपत्ता बोनस में भी घोटालों की बहार ही बहार है , हरा वन, हरा तेंदू ,पत्ता हरे -हरे नोटों की अटल टीले पे पटेल विराजित हैं ,गरीबों के तेंदू पत्ता संग्रहण बोनस में करोड़ो का घोटाला एक ही दिन में नही हुआ ,जो गरीबों के हक़ पे डाले डाका वों DFO, वन विभाग में डाके की छुट है, गिरोह डकैतों का सरदार की भूमिका संदिग्ध है,आरामिल कैम्पा..............तेंदू पत्ता सब में घपले घोटालों की ईबारत लिखने का पुराना इतिहास है ।सट्टे का बट्टा लगाए बैठे पुलिस अधिकारियों पर कार्यवाही क्या हुई ? वर्दी में कलफ है, अरारोट की अकड़ है कड़क हो कार्यालय में बैठे है ,जिनकों न्याय की रक्षा करनी थी वों सट्टा के रक्षक बन अब भी सक्षम क्यों है? कार्यवाहियां हो रही मगर धीरे -धीरे ,सुशासन आ रहा मगर धीरे -धीरे ये धीरे -धीरे का तो वादा नही था छत्तीसगढ़ियों ने धायं-धायं वोट दे साय सरकार बनाई ,सरकार ने विष्णु के सुशासन की उम्मीद जगाई, जगी उम्मीदों की भ्रष्टाचार के आफत से मुक्ति की चाहत है ---------------------धीरे -धीरे नही सरकार कार्यवाही सांय -सांय करिए
चोखेलाल
आपसे आग्रह :
कृपया चोखेलाल की टिप्पणियों पर नियमित रूप से अपनी राय व सुझाव इस नंबर 6267411232 पर दें, ताकि इसे बेहतर बनाया जा सके।
मुखिया के मुखारी व्यवस्था पर चोट करती चोखेलाल की टिप्पणी
Comments