बस्ती जनपद के गौर ब्लॉक के एक सरकारी शिक्षक विजय पटेल द्वारा ब्राह्मण समुदाय की तुलना आतंकवादियों से करने के बाद ब्राह्मण समाज में खासा नाराजगी है. सोशल मीडिया पर ब्राह्मण जाति के खिलाफ की गई टिप्पणी से उपजे आक्रोश के चलते कलेक्ट्रेट परिसर में जमकर हंगामा हुआ.
भाजपा नेता चन्द्रमणि पाण्डेय "सुदामा" अपने समर्थकों के साथ शिक्षक के निलंबन और गिरफ्तारी की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए. बीजेपी नेता और उनके समर्थकों को जिलाधिकारी ने वार्ता के लिए आमंत्रित किया. विजय शंकर त्रिपाठी, वेदप्रकाश त्रिपाठी, संतोष पाठक और विमलेंद्र सिंह सहित सात सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के साथ जिलाधिकारी की लगभग आधे घंटे तक बातचीत चली.
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प्रदर्शनकारियों ने की शिक्षक के निलंबन की मांग
धरने पर बैठे सुदामा और उनके समर्थकों ने आरोपी शिक्षक के तत्काल निलंबन और गिरफ्तारी की मांग पर जोर दिया. इस पर जिलाधिकारी ने प्रतिनिधिमंडल को बताया कि प्रशासन मामले की गंभीरता को समझ रहा है. डीएम ने बताया कि बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा आरोपी शिक्षक को कारण बताओ नोटिस जारी कर दो दिन में जवाब मांगा गया है.
नोटिस का जवाब नहीं देने पर होगी कार्रवाई
जिलाधिकारी ने आश्वासन दिया कि अगर नोटिस का जवाब नहीं दिया तो इसके तुरंत बाद निलंबन की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. बीजेपी नेता ने खंड शिक्षा अधिकारी बड़कऊ बर्मा और शिक्षक विजय पटेल पर त्वरित कार्रवाई न होने पर नाराजगी व्यक्त की. उन्होंने कहा कि ऐसे लापरवाह रवैये के कारण ही समाज में ऐसे विवादित बयान देने वालों की बाढ़ आ गई है.
जिलाधिकारी ने सुदामा को इस सप्ताह के भीतर निश्चित कार्रवाई का आश्वासन दिया, जिसके बाद भाजपा नेता ने एक सप्ताह के लिए अपना आंदोलन स्थगित कर दिया. हालांकि, उन्होंने स्पष्ट रूप से चेतावनी दी कि यदि आरोपी शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो वे चुप नहीं बैठेंगे.
बीजेपी नेता ने बयान हिंदुओं को बांटने वाला बताया
उन्होंने कहा कि इस तरह का बयान हिंदुस्तान में हिंदुओं को बांटने और समाज में नफरत फैलाने वाला है, जो देशद्रोह की श्रेणी में आता है. बीजेपी नेता ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यदि ऐसे लोगों पर कार्रवाई नहीं हुई तो समाज में अराजकता फैलेगी और शिक्षा के स्तर के साथ-साथ शिक्षकों की गरिमा भी गिरेगी.
उन्होंने दृढ़ संकल्प व्यक्त किया कि हिंदुस्तान में हिंदुओं को बांटने या कमजोर करने के किसी भी मंसूबे को सफल नहीं होने दिया जाएगा. मीडिया द्वारा यह पूछे जाने पर कि क्या आरोपी शिक्षक ने अपनी गलती के लिए माफी मांगी है, तो उन्हें ने कहा कि जब बयान मीडिया और सोशल मीडिया के माध्यम से सार्वजनिक हो चुका है, तो माफी भी सार्वजनिक होनी चाहिए. प्रशासन के त्वरित कार्रवाई के आश्वासन के बाद फिलहाल यह मामला शांत होता दिख रहा है, लेकिन भाजपा नेता और उनके समर्थक आरोपी शिक्षक पर कड़ी कार्रवाई की उम्मीद लगाए बैठे हैं.
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