भारतीय रेलवे ने ऑनलाइन टिकट बुकिंग सिस्टम का दुरुपयोग रोकने बड़ी कार्रवाई की है। IRCTC के 2.5 करोड़ से ज्यादा यूजर अकाउंट डिएक्टिवेट कर दिए गए हैं। बताया कि तत्काल टिकट बुकिंग में भारी गड़बड़ी और आम यात्रियों को परेशानी हो रही थी। रेलवे ने अब तत्काल बुकिंग को सिर्फ आधार वेरिफाइड यूजर्स के लिए सीमित कर दिया।
क्या है मामला?
रेल मंत्रालय ने संसद में जानकारी देते हुए बताया कि बड़ी संख्या में ऐसी फर्जी ID का पता चला है, जो बॉट्स और सॉफ्टवेयर के ज़रिए तत्काल टिकट बुक करने में इस्तेमाल होती थीं। इसके चलते आम यात्रियों को टिकट नहीं मिल पाते थे। एजेंट पहले ही सारे टिकट बुक कर लेते थे।
ये भी पढ़े : मुखिया के मुखारी - हम आपके हैं कौन बनते
रेलवे ने लागू किए ये बड़े बदलाव
ऑनलाइन टिकट बुकिंग में पारदर्शिता
रेलवे ने बताया कि वर्तमान में कुल आरक्षित टिकटों में से 89% टिकट ऑनलाइन माध्यम से बुक किए जा रहे हैं। इसके चलते डिजिटल प्रणाली को पारदर्शी और सुरक्षित बनाना अब एक प्राथमिकता बन चुकी है।
ये भी पढ़े : अक्षय कुमार-परेश रावल के विवाद के बीच ये क्या बोल गए सुनील शेट्टी?
स्पेशल ट्रेनों से कम होगी वेटिंग लिस्ट
रेल मंत्रालय ने यह भी बताया कि वेटिंग लिस्ट पर लगातार निगरानी की जा रही है और जहां जरूरत हो वहां अतिरिक्त स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही हैं ताकि यात्रियों को कन्फर्म टिकट मिल सके।
Comments