दुर्ग : छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण का मामला थमता नहीं दिख रहा है। दुर्ग जिले में एक बार फिर धर्मांतरणके नाम पर जमकर बवाल हुआ है।हिंदूवादी संगठन और ईसाई समुदाय के बीच चल रहे गहमागहमी के बीच भीम आर्मी ) ने एंट्री लेकर ईसाई समुदाय का समर्थन किया है। सुबह से शाम तक मामला तनावपूर्ण रहा। इससे पहले दुर्ग में धर्मांतरण को लेकर दो नन को गिरफ्तार किया गया था।
मिली जानकारी के अनुसार दुर्ग जिले के पदमनाभपुर थाना क्षेत्र के जॉन जोरथन नामक मसीही समाज सदस्य के निवास पर रविवार को ईसाई समुदाय के द्वारा प्रार्थना किया जा रहा था। तब बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को इस बात की जानकारी हुई कि वहां पर धर्मांतरण का खेल चल रहा है। इसके बाद बड़ी संख्या में बजरंगी आ धमके। इसमें महिलाएं भी शामिल थीं।
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इसके बाद बजरंग दल के लोग घर के सामने हनुमान चालीसा का पाठ और भजन कर अपना विरोध जताने लगे। इसे लेकर मकान मालिक जॉन जोराथन और बजरंग दल के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए। इसके बाद पदमनाभपुर थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची और पुलिस लाइन से बड़ी संख्या में फोर्स बुला लिया
पुलिस के जवान जॉन जोराथन को गाड़ी में बिठाकर थाने ले जा रही थी। तब बजरंगियों ने जॉन से मारपीट करने की कोशिश की। बजरंगदल के कार्यकर्ताओं का आरोप था कि जॉन ने महिला कार्यकर्ताओं के कपड़े फाड़े हैं। उनके साथ बदतमीजी की है। गहमागहमी के बीच पुलिस और बजरंगियों के बीच झूमा झटकी भी देखने को मिली।
इधर जॉन जोराथन को लेकर जब पुलिस पुलगांव थाना पहुंची, तब भीम आर्मी के लोग भी थाने पहुंचकर ईसाई समुदाय का समर्थन करते हुए नारेबाजी करने लगे। उनका कहना था कि यदि जॉन पर पुलिस कार्रवाई कर रही है तो बजरंग दल के भी कार्यकर्ताओं के विरुद्ध भी की जाए।
सुबह से शुरू हुआ विवाद शाम तक चलता रहा। भीम आर्मी और ईसाई समुदाय लगातार नारेबाजी करते हुए थाने के मुख्य द्वार पर अड़े रहे। पुलिस ने हिरासत में लिए गए जॉन जोराथन को मुचलके पर छोड़ दिया। जॉन के छूटने के बाद मसीही समाज के साथ ही भीम आर्मी के सदस्यों ने विशेष समुदाय के लोगों को टार्गेट किए जाने का आरोप लगाया।
बता दें कि इससे पहले दुर्ग रेलवे स्टेशन में दो ननों को धर्मांतरण के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। इस मामले को लेकर प्रदेश की सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा और विपक्षी पार्टी कांग्रेस नेताओं के बीच जुबानी जंग भी हुई थी। बस्तर इलाके से भी लगातार कथित धर्मांतरण की खबरें लगातार आती रहती है।
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