कवर्धा टेकेश्वर दुबे : दिनांक 10 से 12 अक्टूबर 2025 तक किया जा रहा है। कार्यक्रम का शुभारंभ दिनांक 10 अक्टूबर 2025 को “तितली तिहार” के रूप में हर्षोल्लास के साथ किया गया। इस आयोजन में बिहार, महाराष्ट्र, तेलंगाना, उत्तरप्रदेश तथा छत्तीसगढ़ राज्यों से कुल 41 प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।*
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कैलाश चन्द्रवंशी, उपाध्यक्ष जिला पंचायत, श्री चन्द्रप्रकाश चन्द्रवंशी, अध्यक्ष नगर पालिका परिषद कवर्धा, सुरेश चन्द्रवंशी, अध्यक्ष कृषक बोर्ड, आदित्य श्रीवास्तव, इतिहासकार तथा गौरव हियलानी, तितली विशेषज्ञ रायपुर उपस्थित रहे। अतिथियों द्वारा तितलियों के संरक्षण एवं संवर्धन के विषय में विस्तृत जानकारी एवं मार्गदर्शन प्रदान किया गया। अतिथियों के माध्यम से जिराखन बैगा, हंसा बैगा एवं गोमल बैगा को बटरफ्लाई होस्ट पौधों का वितरण किया गया ताकि क्षेत्र में तितलियों के आवास एवं संवर्धन को बढ़ावा मिल सके।
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वनमण्डलाधिकारी निखिल अग्रवाल द्वारा तितलियों पर एक प्रभावशाली प्रेजेंटेशन प्रस्तुत किया गया, जिसमें तितलियों की सूक्ष्म विशेषताओं, उनकी प्रजातियों तथा पर्यावरण में उनकी उपयोगिता के बारे में प्रतिभागियों को अवगत कराया गया। तत्पश्चात श्रीमती अनिता साहू, अधीक्षक भोरमदेव, द्वारा मंच पर उपस्थित सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह प्रदान किए गए। कार्यक्रम का समापन परिक्षेत्र अधिकारी भोरमदेव अभ्यारण्य, श्री अनुराग वर्मा द्वारा किया गया, जिन्होंने द्वितीय दिवस के आयोजन हेतु टीम गठन की घोषणा की।
इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य भोरमदेव अभ्यारण्य में पाई जाने वाली विभिन्न तितली प्रजातियों की पहचान करना है ताकि भविष्य में इस क्षेत्र को “तितली अभ्यारण्य” के रूप में विकसित एवं पहचान दिलाई जा सके। आयोजन के दौरान भोरमदेव अभ्यारण्य, कवर्धा एवं चिल्फी के अधिकारी तथा कर्मचारीगण उपस्थित रहे और उन्होंने कार्यक्रम की सफलता में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
तितली संरक्षण में विशेष सहयोग हेतु हेमूराम कचलामे, फलितराम यादव, भूपेश कौशिक, लालचंद साहू, राजेन्द्र नेताम, महेश नेताम एवं हिमालय पटेल (वनरक्षक) को प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए। कार्यक्रम का संचालन वनपाल श्री कौशल साहू द्वारा सराहनीय रूप से किया गया।
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