महासमुंद : सतनामी समाज के लोगों ने प्राचार्य पर शिक्षिका से अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए अजाक थाने का घेराव किया। समाज के लोग अपनी मांगों को लेकर कई घंटों से थाने के बाहर धरने पर बैठे हुए हैं और प्राचार्य की गिरफ्तारी व निलंबन की मांग कर रहे हैं। सतनामी समाज ने आरोप लगाया कि शासकीय हायर सेकेंडरी नरतोरा के प्रभारी प्राचार्य द्वारिका प्रसाद चंद्राकर ने समाज की शिक्षिका पंचकुमारी योगी के साथ अभद्र व्यवहार किया। इस आरोप के विरोध में समाज के लोग लगातार थाने के बाहर धरने पर बैठे हैं।
समाज के लोग अपने विरोध में केवल थाने में ही नहीं, बल्कि पटवारी कार्यालय के पास रैली के रूप में भी एकत्रित हुए। सतनामी समाज के जिलाध्यक्ष विजय बंजारे ने कहा कि जब तक हमारी मांग पूरी नहीं होती, तब तक हम लोग थाने के बाहर धरने पर बैठे रहेंगे। उन्होंने प्रशासन से अपील की कि प्राचार्य के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की जाए ताकि शिक्षकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। इस मामले में तहसीलदार जुगल किशोर पटेल ने जानकारी दी कि प्राचार्य को नोटिस जारी कर तीन दिवस में जवाब मांगा गया है। तहसीलदार ने बताया कि प्राचार्य को समझाया जा रहा है और मामले की पूरी जांच प्रक्रिया चल रही है। उन्होंने कहा कि प्रशासन समाज की मांगों और शिकायतों को गंभीरता से ले रहा है और उचित कार्रवाई की जाएगी।
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स्थानीय लोग और सतनामी समाज इस घटना को गंभीर मानते हुए लगातार शिक्षक और महिला सुरक्षा की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि शिक्षकों के साथ अभद्र व्यवहार किसी भी हाल में स्वीकार्य नहीं है और ऐसे मामलों में प्रशासन का तुरंत हस्तक्षेप जरूरी है। प्रशासन ने पुलिस को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं ताकि धरने और रैली के दौरान किसी प्रकार की अप्रिय घटना न हो। थाने में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है और समाज के नेताओं से मामले की शांति बनाए रखने की अपील की गई है।
इस घटना ने महासमुंद में शिक्षा और समाजिक सुरक्षा के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित कर दिया है। सतनामी समाज का कहना है कि न्याय मिलने तक धरना और विरोध जारी रहेगा। साथ ही, समाज ने यह भी चेतावनी दी कि यदि प्रशासन ने समय पर कार्रवाई नहीं की, तो और बड़े पैमाने पर विरोध किया जाएगा। स्थानीय प्रशासन और पुलिस लगातार बातचीत कर रहे हैं और प्राचार्य से जवाब मांगा जा चुका है। जिलाधिकारी और तहसीलदार ने आश्वासन दिया है कि मामले में निष्पक्ष और त्वरित कार्रवाई की जाएगी। इस प्रकार, महासमुंद में सतनामी समाज का प्रदर्शन और अभद्र व्यवहार के खिलाफ विरोध शिक्षा और समाजिक सुरक्षा के मुद्दे को प्रमुखता से सामने लाने वाला मामला बन गया है।
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