भारत और इजरायल के बीच द्विपक्षीय संबंध काफी मजबूत हैं. कई अहम और संवेदनशील मौकों पर दोनों देशों ने एक-दूसरे की मदद की है. अब इस बायलेटरल रिलेशन को और मजबूती देने की ओर निर्णायक कदम उठाया जा रहा है. भारत-इजरायल के बीच रक्षा संबंध भी काफी गहरे हैं, जिसे अब और गहराई दी जा रही है. इंडियन आर्म्ड फोर्सेज एयर डिफेंस सिस्टम को अपग्रेड किया जा रहा है. इसी क्रम में इजरायल के साथ तकरीबन 3.7 अरब डॉलर (₹327966150000) की डिफेंस डील पर मुहर लगाने की तैयारी चल रही है. इससे भारत की वायु सुरक्षा प्रणाली और ज्यादा मजबूत होगी. आकाश मिसाइल सिस्टम के साथ ही S-400 एयर डिफेंस सिस्टम को पहले से ही कई मोर्चों पर तैनात किया जा चुका है. अब इजरायल से सरफेस टू एयर मिसाइल खरीदने से भारत का एयर डिफेंस सिस्टम और भी मजबूत और मारक हो जाएगा. डिफेंस डील पर मुहर लगने के बाद दुश्मनों को तबाह करने के लिए न तो फाइटर जेट और न ही परमाणु बम की जरूरत पड़ेगी. शत्रु के हमले आसमान में ही बेअसर कर दिए जाएंगे.
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भारत सरकार 3.762 अरब डॉलर (लगभग ₹32796 करोड़) के बड़े रक्षा सौदों को मंजूरी देने की तैयारी में है, जिसमें इज़रायल के साथ मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली (MR-SAM) की अतिरिक्त खरीद प्रमुख रूप से शामिल है. इस संबंध में रक्षा मंत्रालय की उच्च-स्तरीय खरीद समिति की बैठक 23 नवंबर को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में होने वाली है, जिसमें सौदों को अंतिम रूप दिए जाने की संभावना है. यह प्रस्ताव ऐसे समय आया है जब भारत अपनी हवाई सुरक्षा क्षमता को और मजबूत करने तथा तीनों सेनाओं के लिए मल्टी-लेयर एयर डिफेंस आर्किटेक्चर तैयार करने की प्रक्रिया में है. प्रस्तावित सौदों में भारतीय सेना के लिए रॉकेटों के अतिरिक्त ऑर्डर और वायुसेना व नौसेना के लिए MR-SAM सिस्टम की नई यूनिट्स शामिल हैं. इस चरण में भारतीय वायुसेना तथा नौसेना द्वारा 300 से अधिक मिसाइल यूनिट्स की खरीद की उम्मीद है.
MR-SAM मिसाइल सिस्टम
MR-SAM मिसाइल सिस्टम भारत और इज़रायल की ज्वाइंट प्रोजेक्ट है, जिसे इज़रायल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज (IAI) और भारत डायनेमिक्स लिमिटेड (BDL) ने मिलकर विकसित किया है. यह मिसाइल सिस्टम भारत की एयर डिफेंस रणनीति का अहम हिस्सा बन चुका है. MR-SAM मिसाइल मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने में सक्षम है. यह एक साथ कई लक्ष्यों को तबाह कर सकती है. उन्नत रेडियो-फ्रीक्वेंसी सीकर और फेज्ड-ऐरे रडार से लैस है. क्रूज मिसाइलों, ड्रोन, फाइटर जेट और हेलीकॉप्टरों को इंटरसेप्ट करने में भी सक्षम है. MR-SAM मिसाइल सिस्टम पूरी तरह नेटवर्क्ड कमांड-एंड-कंट्रोल आर्किटेक्चर और मोबाइल लॉन्चर की तरह काम करेगा.
इलेक्ट्रॉनिक जैमिंग में भी प्रभावी
MR-SAM मिसाइल सिस्टम प्रतिकूल मौसम या इलेक्ट्रॉनिक जैमिंग के दौर में भी प्रभावी ढंग से काम कर सकती है और भारत की बहु-स्तरीय एयर डिफेंस संरचना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. सरकार की 'मेक इन इंडिया' नीति के अनुरूप इन मिसाइलों का उत्पादन भारत में ही किया जाएगा. इज़रायल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज ने मार्च 2024 में दिल्ली में अपनी सहायक कंपनी Aerospace Systems India (ASI) की स्थापना की थी, जो भारत में MR-SAM सिस्टम के उत्पादन, सप्लाई और सर्विसिंग की एकमात्र लाइसेंस प्राप्त इकाई है.



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