क्या आपने कभी सोचा है कि जब आप किसी महफिल या मीटिंग में अपनी बात रखते हैं, तो लोग आपकी तरफ गंभीरता से ध्यान क्यों नहीं देते? ऐसा क्यों होता है कि आपके जरूरी सुझाव को भी अक्सर सिर्फ एक किनारे की टिप्पणी मान लिया जाता है? यकीन मानिए, समस्या आपकी बातों में नहीं, बल्कि आपकी कुछ अनजानी आदतों में छिपी हो सकती है, जो आपकी छवि को हल्का कर रही हैं।
इज्जत और प्रभाव कोई खैरात नहीं है, बल्कि यह कमाया जाता है। अगर आप चाहते हैं कि लोग आपको महत्व दें, आपके शब्दों का वजन समझें और आपकी उपस्थिति को गंभीरता से लें, तो आपको उन 5 गलतियों को पहचानना बेहद जरूरी है।
हर बात में 'हां' कहने की आदत
बहुत से लोग सोचते हैं कि अगर वे दूसरों की हर मांग को मानेंगे, तो उन्हें सम्मान मिलेगा, लेकिन यह एक बड़ी गलती है। जब आप हर किसी को खुश करने की कोशिश करते हैं, तो लोग आपको कमजोर और बिना रीढ़ की हड्डी वाला समझने लगते हैं। आपकी 'ना' कहने की क्षमता ही यह दिखाती है कि आप अपने समय और एनर्जी को कितना महत्व देते हैं।
देर से पहुंचना और वादे तोड़ना
समय का पाबंद होना सीधे तौर पर आपके अनुशासन और विश्वसनीयता को दर्शाता है। अगर आप मीटिंग्स में हमेशा देर से पहुंचते हैं, या छोटे-छोटे वादे भी पूरे नहीं करते, तो लोग यह मान लेते हैं कि आप गैर-जिम्मेदार हैं। एक ऐसा व्यक्ति जिसे अपने वादों की परवाह नहीं, उसकी बातों को कौन गंभीरता से लेगा?
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लगातार शिकायत करना और नेगेटिविटी फैलाना
कोई भी व्यक्ति ऐसे इंसान के पास नहीं बैठना चाहता जो हमेशा शिकायतें करता रहे। अगर आपकी बातों में केवल काम का रोना, किस्मत को कोसना या दूसरों की बुराई शामिल है, तो लोग धीरे-धीरे आपसे दूरी बनाना शुरू कर देंगे। आपकी नेगेटिविटी आपकी छवि को एक कमजोर और असंतुष्ट व्यक्ति के रूप में स्थापित करती है।
बिना जाने हर मुद्दे पर राय देना
सोशल मीडिया के इस दौर में हर कोई हर विषय पर राय देने को तैयार रहता है, लेकिन जब आप किसी भी विषय की पूरी जानकारी रखे बिना आत्मविश्वास से बोलते हैं और बाद में आपकी बात गलत साबित होती है, तो आप अपनी विश्वसनीयता खो देते हैं। लोग फिर आपकी किसी भी बात को 'सीरियस' नहीं लेते।
अपने पहनावे और भाषा पर ध्यान न देना
लोग पहले आपकी आंखों से पढ़ते हैं, फिर कानों से सुनते हैं। आपका पहनावा, बात करने का तरीका और बॉडी लैंग्वेज यह बताती है कि आप खुद को कितना महत्व देते हैं। अगर आप बेतरतीब कपड़े पहनते हैं या बोलते समय आंखें चुराते हैं, तो यह आत्मविश्वास की कमी को दर्शाता है।
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सीरियसनेस कोई ऐसी चीज नहीं है जो आपको तोहफे में मिलती है, इसे अपनी आदतों से कमाना पड़ता है। अपनी गलतियों को सुधारें, अपने वादों को पूरा करें और अपने समय को महत्व दें। जब आप खुद को गंभीरता से लेना शुरू कर देंगे, तो दुनिया भी आपको गंभीरता से लेने लगेगी।



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