सनातन धर्म में काल भैरव जयंती का खास महत्व है। यह पर्व हर साल अगहन माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। इस साल बुधवार 12 नवंबर को काल भैरव जयंती है। इस शुभ अवसर पर काल भैरव देव की विशेष पूजा की जाती है। वहीं, पूजा के समय गंगाजल से भगवान शिव का अभिषेक किया जाता है।
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देवों के देव महादेव जलाभिषेक, रुद्राभिषेक या दुग्धाभिषेक से शीघ्र प्रसन्न होते हैं। उनकी कृपा से साधक की हर मनोकामना पूरी होती है। साथ ही साधक के जीवन में व्याप्त सभी प्रकार के संकटों से मुक्ति मिलती है। अतः काल भैरव जयंती के दिन साधक भक्ति भाव से पूजा करते हैं। साथ ही आर्थिक स्थिति अनुसार दान-पुण्य करते हैं। अगर आप भी काल भैरव देव की कृपा पाना चाहते हैं, तो अगहन माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर राशि अनुसार इन चीजों से भगवान शिव का अभिषेक करें।
राशि अनुसार अभिषेक



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