जनजाति गौरव दिवस केवल भगवान बिरसा मुंडा ही नहीं,आदिवासी समाज में जन्मे असंख्य महापुरुषों को समर्पित हैं- चैतराम अटामी

जनजाति गौरव दिवस केवल भगवान बिरसा मुंडा ही नहीं,आदिवासी समाज में जन्मे असंख्य महापुरुषों को समर्पित हैं- चैतराम अटामी

दंतेवाड़ा : विधायक चैतराम अटामी ने प्रेस वार्ता के दौरान गुरुवार मीडिया को बताया कि ब्रिटिश हुकूमत द्वारा अपने जल, जंगल,ज़मीन,जनजाति पहचान एवं स्वतंत्रता पर संकट देखकर उसके रक्षण के लिए शोषणवादी अंग्रेजी सत्ता के विरोध में “उलगुलान” आंदोलन करने वाले धरती आबा की उपाधि से विभूषित भगवान बिरसा मुंडा की यह 150 वी जयंती का वर्ष हसन।उनका जन्म 15 नवम्बर 1875 को अलिहातू ग्राम जनपद राँची में हुआ था।अंग्रेजों के खिलाफ़ सशस्त्र विद्रोह करने के कारण वह गिरफ्तार हुए एवं जेल में ही 9 जून 1900 को उनका बलिदान हो गया । उनकी संघर्षमय स्मृति को चिरस्थायी रूप देने एवं उनसे युवा पीढ़ी प्रेरणा प्राप्त कर सके, इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 नवंबर को “जनजातीय गौरव दिवस” घोषित किया हैं।

भगवान बिरसा मुंडा ने दुर्व्यसनों से रहित जीवन,अंधविश्वास से मुक्ति एवं अपनी भूमि के प्रति स्वाभिमान का भाव जनजाति समाज को सिखाया।उन्होंने शोषण के प्रति आवाज उठाते हुए बेगारी प्रथा का विरोध किया। ब्रिटिश सत्ता को लगान न देने का आह्वान कर उन्होंने उलगुलान आंदोलन कों प्रारंभ किया।उनका नारा था “अबुआ राज़ एते जाना, महारानी राज टुंडू जीना।”( हमारा शासन शुरू हो, रानी का शासन समाप्त हो ।)

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अटामी ने कहा की जनजाति गौरव दिवस केवल भगवान बिरसा मुंडा ही नहीं, आदिवासी समाज में जन्मे उन असंख्य महापुरुषों को समर्पित है, जिन्होंने भारतीय संस्कृति के उत्थान एवं देश की स्वतंत्रता के लिए अपना संपूर्ण जीवन उत्सर्ग किया ।नागालैंड की महारानी गाइडन्यू जिन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ़ विद्रोह किया एवं स्वधर्म के स्वाभिमान के लिए हरक्का आंदोलन चलाकर नागा समाज में मतांतरण का विरोध किया । राजस्थान में जन्मे गोविंद गुरु भील समाज में अध्यात्म, समाज सुधार एवं शोषण के खिलाफ़ आंदोलन के प्रतीक बन गये । रानी दुर्गावती, तिलका माजी, अल्लूरी सीताराम राजू, कोरम भील, टाट्या भील, सिद्धू - कानू मुर्मू आदि जनजाति समाज के महानायकों के बिना भारत का इतिहास अधूरा है । उत्तर से दक्षिण, पूर्व से पश्चिम तक फैले जनजातीय समाज ने स्वतंत्रता के आंदोलन, धर्म-संस्कृति एवं पर्यावरण के संरक्षण के लिए अपने प्राणों की बाजी लगाई हैं।संपूर्ण भारतवर्ष इन सभी महापुरुषों का सदैव ऋणी रहेग।मौके पर जिला पंचायत अध्यक्ष नंदलाल मुड़ामी,नगरपालिका अध्यक्ष पायल गुप्ता एवम भाजपा के जिला पदाधिकारीगण उपस्थित थे।









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