बीजापुर : नेशनल पार्क के घने जंगलों में सुरक्षा बलों को सोमवार सुबह बड़ी कामयाबी मिली। देर सुबह कांदुलनार-कचलारम-गुज्जाकोंटा क्षेत्र में चल रही मुठभेड़ में 6 इनामी नक्सली ढेर हो गए। मारे गए नक्सलियों पर कुल 27 लाख रुपए का इनाम घोषित था जिनमें मद्देड़ एरिया कमेटी के प्रभारी कुख्यात कन्ना उर्फ बुचन्ना और पामेड़ एरिया की शीर्ष नक्सली उर्मिला भी शामिल हैं। दोनों पर मिलकर 16 लाख रुपए का इनाम था।
वाबी कार्रवाई में 6 नक्सली ढेर
पुलिस और सूत्रों ने बताया कि मौके से ऑटोमैटिक हथियार, विस्फोटक सामग्री और नक्सली साहित्य बरामद हुआ है। पुलिस अधीक्षक डॉ. जितेन्द्र कुमार यादव ने कहा कि नक्सलियों की गतिविधियों की पुख्ता जानकारी मिलने पर डीआरजी बीजापुर, डीआरजी दंतेवाड़ा और एसडीएफ की संयुक्त टीम ने व्यापक सर्चिंग की। सुबह करीब 10 बजे दुश्मनों की ओर से फायरिंग शुरू हुई, जिस पर जवाबी कार्रवाई में छह नक्सली ढेर हुए। मारे गए नक्सलियों की पहचान इस प्रकार हुई है। जिसमें डीवीसीएम कन्ना (बुचन्ना), डीवीसीएम उर्मिला, एसीएम जगत तामो उर्फ मोटू, पीएम देवे, पीएम भगत और पीएम मंगली ओयाम।
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नक्सल मुक्त बनाना हमारा लक्ष्य
सुंदरराज पी, आईजी बस्तर रेंज: बस्तर को शांत और नक्सल-मुक्त बनाना हमारा लक्ष्य है। माओवादी अब चारों ओर से घिरे हुए हैं- हिंसा छोड़कर लौटना ही उनके लिए सुरक्षित विकल्प रहेगा।
डॉ. जितेन्द्र यादव, पुलिस अधीक्षक: बरामद सामग्री और घटनास्थल से मिली साक्ष्य सामग्री के आधार पर आगे की छानबीन जारी है और दोषियों के सहायक-नेटवर्क को बेनकाब करने के लिए व्यापक कार्यवाही की जाएगी।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, बुचन्ना के खिलाफ 42 आपराधिक प्रकरण दर्ज थे और उस पर 18 वारंट थे। वह कई नक्सली वारदातों का प्रमुख योजनाकार माना जाता था। पुलिस अब उसके शहरी नेटवर्क और सहयोगियों की पहचान के लिए पूछताछ व फॉरेंसिक काम में जुट गई है, जिससे और बड़े खुलासों की संभावना जताई जा रही है। इस कार्रवाई से मद्देड़ एरिया कमेटी और आसपास के नक्सली नेटवर्क में सुर्ख़ियों और असंतोष की लहर देखी जा रही है, जबकि प्रशासन ने क्षेत्र में सतर्कता और गश्त और तेज कर दी है।
संगठन पर गहरा असर, मद्देड़ कमेटी का नेटवर्क प्रभावित
बुचन्ना लंबे समय से मद्देड़ एरिया कमेटी का संचालन कर रहा था और उससे जुड़ी शहरी व आपूर्ति श्रृंखला के कई लिंक उसी के हाथ में थे। उसकी और उर्मिला की मौत से संगठन की सप्लाई लाइन, शहरी संपर्क और कमांड-स्ट्रक्चर पर गहरा असर पड़ा है। उर्मिला पामेड़ एरिया कमेटी की सचिव होने के साथ ही शीर्ष नक्सली पापाराव की पत्नी भी बतायी जाती है — उसकी भूमिका सप्लाई चेन से लेकर राजनीतिक विंग तक महत्वपूर्ण मानी जाती थी।
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अब तक 144 नक्सली मारे गए
पुलिस ने बताया कि 2025 में अब तक सुरक्षा बलों की कार्रवाइयों में 144 नक्सली मारे गए, 499 गिरतार, तथा 560 आत्मसमर्पण कर चुके हैं। जनवरी 2024 से अब तक कुल 202 नक्सली ढेर होने की जानकारी दी गई है ये आँकड़े सुरक्षा बलों के लगातार दबाव और नक्सल उन्मूलन अभियानों की सफलता को दर्शाते हैं।



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