बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की गिनती जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे राजनीतिक गर्माहट और बढ़ती जा रही है। एनडीए दो-तिहाई बहुमत से काफी आगे निकल चुका है, और इसी के साथ बयानबाज़ी के तीर भी हवा में तेजी से उड़ने लगे हैं। भाजपा ने राहुल गांधी व विपक्ष पर करारा हमला बोला, तो कांग्रेस, AAP और सपा ने सीधे चुनाव आयोग पर सवाल उठाते हुए चुनावी प्रक्रिया को कटघरे में खड़ा कर दिया।
भाजपा का तीखा वार: 'राहुल गांधी—हार की अटूट परंपरा का प्रतीक!'
नतीजों में भारी बढ़त देखते हुए भाजपा नेताओं ने राहुल गांधी पर तीखा कटाक्ष किया। भाजपा नेता प्रदीप भंडारी ने तंज कसते हुए कहा- 'राहुल गांधी! चुनाव हो और हार न लगे? ऐसा तो हो ही नहीं सकता। अगर लगातार पराजय के अवॉर्ड होते, तो वे हर बार फर्स्ट आते।' पार्टी प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने भी चुटकी ली- 'राहुल गांधी हर चुनाव में नंबर-1-बिना चुनौती, बिना मुकाबले! 95 हार और सिलसिला जारी है…'
ये भी पढ़े : मुखिया के मुखारी - लाली मेरे लाल की,जित देखूँ तित लाल....
कांग्रेस का पलटवार: 'चुनाव आयोग जनता के खिलाफ काम कर रहा'
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने शुरुआती रुझानों को ही संदिग्ध बताते हुए आरोप लगाया कि चुनाव आयोग की भूमिका सवालों के घेरे में है। उनका कहना था कि यह लड़ाई सिर्फ पार्टियों के बीच नहीं, बल्कि 'मुख्य चुनाव आयुक्त बनाम बिहार की जनता' बन चुकी है।
AAP की आगबबूला प्रतिक्रिया: 'चुनाव पहले ही अपहरण कर लिया गया था'
आप सांसद संजय सिंह ने आरोप लगाया कि चुनावी प्रक्रिया को पहले ही 'हाइजैक' कर लिया गया था। उन्होंने कहा— '80 लाख नाम लिस्ट से गायब, 5 लाख डुप्लिकेट और 1 लाख फर्जी वोट… ऐसे नतीजों का मतलब क्या है?' उन्होंने तीखे स्वर में कहा कि ''बिहार की जीत एनडीए, मोदी और चुनाव आयोग की मिलीभगत का नतीजा है।''
अखिलेश यादव का आरोप: 'ये चुनावी साज़िश है, भाजपा धोखे की राजनीति करती है'
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी इसे 'चुनावी षड्यंत्र' बताया। उन्होंने कहा कि भाजपा ''पार्टी नहीं, छल है'' और आगे होने वाले चुनावों में ''पीडीए प्रहरी'' गठबंधन भाजपा की रणनीति को नाकाम करेगा।
कौन कितनी सीटों पर आगे?
नवीनतम रुझानों में तस्वीर बेहद साफ दिख रही है—
NDA लगभग 190 सीटों पर आगे
RJD- कांग्रेस महागठबंधन सिर्फ 57 सीटों में सीमित
RJD - 37 सीटों पर बढ़त
कांग्रेस - 6 सीटों पर आगे
भाजपा - 87 सीटों में मजबूती
जदयू - 75 सीटों पर आगे



Comments