परमेश्वर राजपूत, गरियाबंद / छुरा : स्वामी आत्मानंद शासकीय अंग्रेज़ी माध्यम विद्यालय छुरा में जनजातीय गौरव दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। धरती के भगवान कहे जाने वाले बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर विद्यालय प्रांगण में विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ बिरसा मुंडा के चित्र पर माल्यार्पण कर की गई।
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इस अवसर पर छात्रों ने वाचन, नृत्य और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से बिरसा मुंडा के जीवन संघर्ष, उनके स्वतंत्रता संग्राम में योगदान और आदिवासी समाज के उत्थान हेतु उनके प्रयासों को खूबसूरती से प्रदर्शित किया। विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत जनजातीय नृत्य ने कार्यक्रम में विशेष आकर्षण जोड़ा।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि समाजसेवी शीतल ध्रुव ने बिरसा मुंडा के आदर्शों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वे केवल एक महान योद्धा ही नहीं, बल्कि स्वाभिमान और संघर्ष की प्रतीक हैं। उन्होंने बच्चों को प्रेरित करते हुए कहा कि बिरसा मुंडा जैसे महापुरुषों के विचारों को जीवन में अपनाना चाहिए।विद्यालय के प्राचार्य प्रदीप कुमार मिश्रा ने अपने संबोधन में कहा कि जनजातीय गौरव दिवस हमारे समृद्ध आदिवासी इतिहास और संस्कृति को याद करने का अवसर है। उन्होंने बिरसा मुंडा की जीवन गाथा, उनके आंदोलन और समाज को जागरूक करने में उनकी भूमिका पर विस्तृत चर्चा की।विद्यालय परिवार द्वारा इस आयोजन को सफल बनाने में सहयोग देने वाले सभी शिक्षकों, छात्रों और अतिथियों का आभार व्यक्त किया गया।



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