पाकिस्तान की नापाक साजिश का पर्दाफाश,खालिस्तानी तत्वों के जरिये दरार डालने की कोशिश

पाकिस्तान की नापाक साजिश का पर्दाफाश,खालिस्तानी तत्वों के जरिये दरार डालने की कोशिश

 नई दिल्ली :  भारत को अस्थिर करने के लिए पाकिस्तान एड़ी चोटी का जोर लगा रहा है। देश में अमन चैन व भाईचारे को भंग करने में वह कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता।पाकिस्तान ने नए पैंतरे में हिंदुओं और सिखों के बीच दरार पैदा करने के लिए खालिस्तानी तत्वों को भड़काने का काम शुरू किया है। खुद को सिखों का मित्र और समर्थक बताकर पाकिस्तान खालिस्तानी अलगाववादियों को फंडिंग और समर्थन देकर दुनियाभर में सिखों की साख को खराब करने की साजिश रच रहा है।

खालसा वोक्स की एक रिपोर्ट में पाकिस्तान के नापाक इरादों की बानगी पेश की है। रिपोर्ट में कहा गया कि पंजाब प्रांत के ननकाना साहिब में गुरु नानक देव की जयंती समारोह में शामिल होने गए हिंदू तीर्थयात्रियों का तिरस्कार करके लौटा दिया गया।

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14 हिंदू तीर्थयात्री ननकाना साहिब गए थे। इनमें आठ दिल्ली और लखनऊ से थे। हिंदू तीर्थयात्रियों के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया कि पाकिस्तानी अधिकारियों ने कहा कि आप लोग हिंदू हैं। आप सिख समूह के साथ नहीं जा सकते। और उन्हें भारतीय सीमा में लौटा दिया। इसके पीछे पाकिस्तान के उद्देश्य पर सवाल खड़े हो रहे हैं।

लोगों ने पूछा कि अगर पाकिस्तानी अधिकारियों को इतनी ही दिक्कत थी तो हिंदुओं को वीजा क्यों दिया गया। अधिकारियों की हरकत से साफ जाहिर है कि मंशा हिंदुओं की खुलेआम बेइज्जती करने का था। भारतीय अधिकारियों ने इस घटना की कड़ी निंदा की।

ड्रग्स तस्करी को बढावा दे रही आइएसआइ

पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ दक्षिण एशिया में अस्थिरता फैलाने के लिए ड्रग्स तस्करी के नेटवर्क को बढ़ावा दे रही है। इसके जरिये आइएसआइ बांग्लादेश में बड़ा नेटवर्क खड़ा करना चाहती है ताकि गुप्त अभियान चलाकर क्षेत्रीय स्थिरता को बिगाड़ा जा सके।

यूरेशिया रिव्यू की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में जिस तरह से ड्रग्स उत्पादन हब विकसित किया गया है, ठीक उसी तरह का हब यदि बांग्लादेश में भी तैयार हो जाए तो इससे न केवल ढाका की आंतरिक स्थिरता को बिगाड़ा जा सकता है, बल्कि पूरे उपमहाद्वीप में व्यापक सुरक्षा फ्रेमवर्क को नुकसान पहुंचाया जा सकता है।

रिपोर्ट में बताया गया है कि चटगांव बंदरगाह से दो कंटेनरों में भरे 25 टन अफीम के बीज जब्त किए गए थे। निगरानी में ढील के लिए मुहम्मद यूनुस नीत अंतरिम सरकार ने पाकिस्तान से होनेवाले आयात के 100 प्रतिशत भौतिक सत्यापन की अनिवार्यता खत्म कर दी थी।









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