एमसीबी/मनेंद्रगढ़/चिरमिरी : इन दिनों जिले की आबोहवा बदल रही, खाकी और खाकी रंग का डंडा अवैध कार्यों में संलिप्तों पर कहर बनकर बरस रहा है, घर के गार्जियन अब अपने नाबालिक बच्चों को दोपहिया वाहन देने से डरने लगे है तो वही हेलमेट की अनिवार्यता और सीटबेल्ट की सुरक्षा चार पहिया वाहनों में दिखाई दें रही है, यह सब मुमकिन हो पाया है नव नियुक्त एसपी श्रीमती रत्ना सिंह और चिरमिरी टाउन इंस्पेक्टर विजय सिंह, मनेंद्रगढ़ टाउन इंस्पेक्टर दीपेश सैनी, पोड़ी टाउन इंस्पेक्टर राजवीर गायकवाड़ और खड़गवां थाना प्रभारी सुनील तिवारी तथा जिला साइबर प्रभारी पाटले की बदौलत। चलिए जानते है यह अचानक से कैसे हो पाया।
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दरअसल मनेंद्रगढ़ विधानसभा के विधायक श्याम बिहारी जायसवाल ने चुनाव के दौरान विधानसभा की जनता से वायदा किया था कि पूरे विधानसभा में गैर कानूनी कार्य पूरी तरह से बंद करा दिया जाएगा, खासतौर पर वह नशीली वस्तुएं जिसके चपेट में विधानसभा का एक बड़ा तबका फसता जा रहा है। विधायक श्याम बिहारी जायसवाल के लाख प्रयास के बाद भी पुलिस प्रशासन की निष्क्रियता अवैध कार्यों पर अंकुश लगा पाने में नाकाम होती रही और विपक्ष इसे मुद्दा बनाता रहा लिहाजा इसके पीछे का मुख्य कारण जब सामने निकल कर आया तो प्रशासनिक फेरबदल कर जिले की कमान नव नियुक्त श्रीमती रत्ना सिंह को सौंपी गई और उन्होंने आते ही 15 दिनों के भीतर उसी खाकी में कसावट पैदा कर दी, ये वही खाकी है जो पहले अपने कार्यप्रणाली को लेकर बदनाम रही, अब वही एक के बाद कार्यवाही कर अवैध काम करने वालों के हौसले पस्त कर रहे है।
जानकारी के अनुसार चिरमिरी में टाउन इंस्पेक्टर विजय सिंह पहले यातायात सुरक्षा को लेकर समझाइश दिए फिर गुलाब का फूल देकर नियमों का पालन करने वालों को सम्मानित भी किया और अब बीते कुछ दिनों से सिलसिलेवार दविश की कार्यवाही कर अवैध कारोबारियों में दहशत पैदा करने में भी पीछे नहीं है। उन्होंने हाल ही में कड़ी कार्यवाही करते हुए न्यायालय के माध्यम नाबालिक से वाहन चलवाले के आरोप से दंडित तक कराने में अपनी अग्रणी भूमिका निभाई। जिला मुख्यालय मनेंद्रगढ़ की बात की जाय तो जहां कभी भी होटलों में शराब परोसने का काम बंद नहीं हुआ, नशीली दवाइयां, जुआं और सट्टे पर अकुंश नहीं लगा वहां अब सायबर तथा टाउन इंस्पेक्टर सैनी के सख्त कदम ने सालों से चल रहे अवैध कार्यों को बंद करा दिया है। यहां जमे संचालकों में हड़कंप है। बीते 15 दिनों से विधानसभा के सभी थानों की रेगुलर रिपोर्टिंग कर रही कप्तान सुस्त पुलिसिया को चुस्त पुलिसिंग में बदल कर यह साबित कर दी है कि यदि नेतृत्वकर्ता चाहे तो पुलिसिंग में खाकी और उसका अहम रोल हमेशा जनता और जनसेवा के लिए सर्वोपरि रहेगा ।
कैसे बढ़ा शराब का राजस्व
हालांकि यह सुनना कोई खुशी की बात नहीं है कि जिले में इन दिनों शराब की खपत बढ़ गई है और यह क्षेत्र को गौरवान्वित करेगा लेकिन जिस तरह से नशीली दवाइयां, इंजेक्शन, देशी शराब की खपत शहरों में बड़ी मात्रा में की जा रही थी उस पर अचानक से लगा अंकुश उन सभी लोगों के लिए परेशानी पैदा करने वाला है । शहर के उन इलाकों में जहां नशीली सामग्री आसानी से मुहैय्या हो जाया करती थी वहां के संचालक या तो फरार हो चुके है या फिर जेल में, कुछेक तो जिलाबदर का भी दंश झेल रहे है ऐसे में इंजेक्शन, नशीली दवा, देशी शराब और गांजा पीने वाले मजबूरन सरकारी शराब दुकान पहुंचने लगे है, लिहाजा शराब दुकानों के राजस्व में अचानक से तेजी आ गई है, सूत्रों के मुताबिक चिरमिरी जैसे एक शराब दुकान में ही प्रतिदिन 50000 से 70000 तक के राजस्व में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है।



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