मिस यूनिवर्स 2025 प्रतियोगिता में मेक्सिको की फातिमा बॉश को विजेता के रूप में ताज पहनाया गया, जबकि भारत की मनिका विश्वकर्मा (Manika Vishwakarma) टॉप-12 में जगह नहीं बना सकीं।
फातिमा बॉश की शानदार जीत
फातिमा बॉश मेक्सिको का प्रतिनिधित्व कर रही थीं और उन्होंने यह खिताब जीतकर अपनी देश के लिए मिस यूनिवर्स की महिमा में इजाफा किया।
यह आयोजन थाईलैंड में हुआ, जहाँ फाइनल नाइट में बॉश ने निर्णायक क्षणों में अपनी खूबसूरती, आत्मविश्वास और विवेक का शानदार प्रदर्शन किया।
उनकी जीत मिस यूनिवर्स पेजेंट में मेक्सिको के लिए एक गर्व का क्षण है।
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भारत की उम्मीद - मनिका विश्वकर्मा का सफर
राजस्थान की रहने वाली मनिका विश्वकर्मा ने मिस यूनिवर्स इंडिया 2025 का खिताब जीता था।
उन्होंने थाईलैंड में आयोजित इस वैश्विक प्रतियोगिता में देश का प्रतिनिधित्व किया।
हालांकि, टॉप-30 में अपनी जगह बनाने के बाद भी उन्होंने टॉप-12 में जगह नहीं बनाई।
विशेष रूप से स्विमसूट राउंड के बाद उनका नाम 12 फाइनलिस्ट की लिस्ट में नहीं आया।
मनिका के बारे में …
मनिका विश्वकर्मा की उम्र लगभग 22 साल है, और वे दिल्ली विश्वविद्यालय में राजनीति विज्ञान और अर्थशास्त्र की पढ़ाई कर रही हैं।
वे एक प्रशिक्षित शास्त्रीय नर्तकी भी हैं और पेंटिंग में भी दिलचस्पी रखती हैं।
इसके अलावा, उन्होंने Neuronova नामक एक पहल की शुरुआत की है, जो न्यूरोडायवर्जेंस (जैसे ADHD) को कमज़ोरी की बजाय एक ताकत के रूप में दिखाने का काम करती है।
उनका पेजेंट सफर पहले मिस यूनिवर्स राजस्थान से शुरू हुआ था, और वहां से आगे बढ़कर उन्होंने इंडिया का ताज जीता था।
नतीजा और असर
फातिमा बॉश की जीत मेक्सिको के लिए गौरव का पल है - उन्होंने मिस यूनिवर्स के मंच पर अपनी छाप छोड़ी है।
दूसरी ओर, भारत के लिए मनिका का ऊपर तक पहुंचना और टॉप-30 तक जाना एक बड़ी उपलब्धि रही, लेकिन टॉप-12 से बाहर होना एक निराशा भी है।
उनकी कहानी युवा प्रतिभागियों को प्रेरित करती है - पढ़ाई, कला, सामाजिक सक्रियता - इन सब क्षेत्रों में उन्होंने संतुलन कायम किया है।


