रायपुर : छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग ने अभ्यर्थियों की चयन सूची शुक्रवार शाम जारी की। 246 पदों पर हुई इस भर्ती में कई लोगों के सपने पूरे हुए, लेकिन कई नाम ऐसे भी हैं जो स्कोर के अनुसार शीर्ष पर थे। समेकित स्कोर सूची से मीडिया में खूब सुर्खियां भी बटोरी लेकिन अंतिम परिणाम ने उनके सपनों पर पानी फेर दिया।
स्कोरिंग के हिसाब से सबसे आगे चल रहे ऐसे अभ्यर्थी अब प्रतीक्षा सूची में हैं। कुल 81 नाम ऐसे हैं जिन्हें प्रतीक्षा सूची में रखा गया है। कई ऐसे अभ्यर्थी भी शामिल हैं, जिन्होंने स्कोरिंग के हिसाब से शीर्ष 10 में अपनी जगह बनाई थी। लेकिन अब वे रेस से बाहर हो चुके हैं।
चार अभ्यर्थी डिप्टी कलेक्टर की दौड़ से बाहर
अंतिम चयन सूची में डिप्टी कलेक्टर पद के लिए चार ऐसे अभ्यर्थी हैं जिन्हें पहले शीर्ष स्कोरिंग में माना जा रहा था, लेकिन परिणाम की घोषणा के बाद वे चयन सूची में जगह नहीं बना सके। इन सभी को प्रतीक्षा सूची में रखा गया है।
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डीएसपी के पांच दावेदार भी प्रतीक्षा सूची में
इसी तरह डीएसपी पद के पांच नाम जो शुरुआत में शीर्ष स्कोरिंग के आधार पर अपनी जगह पक्की मान रहे थे, वे भी अंतिम सूची में नहीं आ पाए। स्कोरिंग के आधार पर केवल दस सबसे आगे रहने वाले अभ्यर्थियों में जिनके नाम दिखे थे, उनमें से कई अब प्रतीक्षा सूची में हैं।
चंचल पैंकरा की रैंकिंग ने बदली तस्वीर
चंचल पैंकरा का मामला अंतिम चयन सूची में बड़ा बदलाव दिखाता है। स्कोरिंग के अनुसार वे पहले 204वीं स्थिति में मानी जा रही थीं। आरक्षण और आयोग के नियम लागू होने के बाद वे सीधे छठे स्थान पर पहुंच गईं। इस बदलाव के साथ उनका डिप्टी कलेक्टर बनने का सपना पूरा हो गया।
प्रतीक्षा सूची में वे, जो पहले से सरकारी नौकरी में
एक्सपर्ट बताते हैं कि प्रतीक्षा सूची में शामिल अभ्यर्थियों में बड़ी संख्या उन लोगों की है जो पहले से विभिन्न शासकीय विभागों में कार्यरत हैं। ये अभ्यर्थी अपनी रैंकिंग सुधारकर उच्च सेवाओं जैसे डिप्टी कलेक्टर या डीएसपी के पद तक पहुंचना चाह रहे थे। स्कोरिंग में आगे रहने के बावजूद आरक्षण, सेवा नियमों और पदों के बंटवारे ने उनके चयन को प्रभावित किया।


