रायपुर : छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल के जवानों के नाम का दुरुपयोग कर फर्जी सिम जारी करने और उन्हें बेचने का मामला सामने आया है। इस घोटाले में लगभग दो दर्जन अज्ञात लोगों को मोबाइल सिम बेचे गए, जिनमें जवानों के नाम के दस्तावेजों का इस्तेमाल किया गया। मामले की जानकारी जवानों ने रायपुर एसएसपी एवं आईजी पीएचक्यू को दी थी, जिसके बाद जांच शुरू हुई। आईजी ने 8 जुलाई को गोबरा नवापारा पुलिस को पत्र भेजकर फर्जी सिम जारी करने वाले प्वाइंट ऑफ सेल (POS) की सूची साझा की और वैधानिक कार्रवाई करने के निर्देश दिए। करीब चार माह की जांच के बाद इस मामले में अपराध दर्ज किया गया।
फर्जी सिम में शामिल लोग और जांच
जांच में कुल 22 मोबाइल नंबरों की पहचान की गई। दस्तावेजों की जांच में यह खुलासा हुआ कि तीन जवानों के नाम का दुरुपयोग किया गया।
सेवाराम सेन, पिता पलटन सेन, उम्र 49 वर्ष, निवासी बेहरापाल, थाना राजिम, गरियाबंद
कोमल टंडन, पिता छत्र कुमार टंडन, उम्र 18 वर्ष, निवासी पोखरा, थाना राजिम, गरियाबंद
कौशल गायकवाड़, पिता भोगचंद गायकवाड़, उम्र 18 वर्ष, निवासी पोखरा, थाना राजिम, गरियाबंद
जांच में पता चला कि इन जवानों की जानकारी के बिना दर्शन दीप जैन, संचालक आगम टेलीकॉम, नवापारा, ने उनके दस्तावेजों का फर्जी इस्तेमाल किया और उक्त मोबाइल नंबरों को अन्य लोगों को बेच दिया। ये सभी मोबाइल नंबर अब अन्य व्यक्ति संचालित कर रहे हैं।
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⭐ जवानों का बयान और सिम का उपयोग
सेवाराम सेन और कौशल गायकवाड़ ने बताया कि उन्होंने मोबाइल नंबर के सिम लिए लेकिन कभी उपयोग नहीं किया।
कोमल टंडन ने कहा कि उसने सिम डेढ़ वर्ष पहले प्राप्त किया था, एक माह चलाने के बाद सिम तोड़कर फेंक दिया।
पुलिस ने पाया कि POS आईडी 43891995 से दर्शन दीप जैन ने सेवाराम सेन, कौशल गायकवाड़, कोमल टंडन और अन्य लोगों के पहचान पत्र और फोटो का फर्जी उपयोग कर 25 मोबाइल नंबर जारी किए।
⭐ कानूनी कार्रवाई
इस फर्जीवाड़े के आधार पर पुलिस ने दर्शन दीप जैन के खिलाफ धारा 318(4) के तहत अपराध दर्ज किया। इस मामले में जांच जारी है और पुलिस द्वारा अन्य संभावित लोगों की भी पहचान की जा रही है, जिन्होंने फर्जी सिम का उपयोग किया।
⭐ सावधानियां और पुलिस की अपील
पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की है कि किसी भी सिम या मोबाइल नंबर के पंजीकरण के लिए दस्तावेज़ों का उपयोग करते समय सतर्क रहें। यदि किसी को भी फर्जीवाड़ा या संदिग्ध गतिविधि के बारे में जानकारी मिले, तो तुरंत नजदीकी थाना या साइबर हेल्पलाइन को सूचित करें।
⭐ प्रभाव और गंभीरता
जवानों के नाम का दुरुपयोग: राष्ट्रीय सुरक्षा पर असर
फर्जी सिम से धोखाधड़ी, अपराध या अवैध कॉलिंग की संभावना
POS संचालक की सख्त कानूनी कार्रवाई
यह मामला छत्तीसगढ़ में सुरक्षा बलों और नागरिक सुरक्षा दोनों के लिए चेतावनी है कि दस्तावेजों के फर्जी इस्तेमाल पर कड़ी निगरानी जरूरी है।



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