हनुमान जी के पवित्र स्थल : आज भी इन जगहों में माना जाता है बजरंगबली का वास

हनुमान जी के पवित्र स्थल : आज भी इन जगहों में माना जाता है बजरंगबली का वास

भगवान हनुमान सिर्फ़ शक्ति और भक्ति के प्रतीक नहीं हैं; वे अटूट आस्था और दैवीय सुरक्षा के प्रतीक हैं। भगवान राम के प्रति अपनी अटूट निष्ठा और अपनी अपार शक्ति के लिए जाने जाने वाले हनुमान को पूरे भारत में रक्षक और साहस के स्रोत के रूप में पूजा जाता है। रामायण में उनकी बहादुरी की कहानियाँ सिर्फ़ कहानियाँ नहीं हैं - वे भारत के आध्यात्मिक हृदय में गहराई से समाई हुई हैं।

आज भी ऐसे पवित्र मंदिर और स्थल हैं जहाँ भक्तों का मानना ​​है कि हनुमान की दिव्य शक्ति अभी भी जीवित है। दिल्ली की चहल-पहल भरी सड़कों से लेकर हिमालय की शांत चोटियों तक, ये सात पवित्र स्थान सिर्फ़ वास्तुकला के चमत्कार ही नहीं हैं - ये आस्था और भक्ति के जीवंत प्रमाण हैं। आइए भारत के उन सात स्थानों के रहस्य और आध्यात्मिक गहराई का पता लगाएँ जहाँ हनुमान की शक्ति का सम्मान किया जाता है।

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हनुमान गढ़ी मंदिर
अयोध्या में हनुमानगढ़ी मंदिर स्थित है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस मंदिर हनुमान जी के दर्शन करने से साधक के सभी दुख और संकट दूर हो सकते हैं। साथ ही प्रभु को लाल चोला चढ़ाने से सभी रोग से छुटकारा मिल सकता है। हनुमानगढ़ी मंदिर को बजरंगबली का माना जाता है। भक्त प्रभु श्रीराम के दर्शन करने से पहले हनुमानगढ़ी मंदिर में हनुमान जी के दर्शन करते हैं। ऐसा माना जाता है कि हनुमानगढ़ी से हनुमान जी अयोध्या की रक्षा करते हैं।

पंचमुखी हनुमान मंदिर

तमिलनाडु के रामेश्वरम में पंचमुखी हनुमान मंदिर स्थित है। इस मंदिर में हनुमान जी की पंचमुखी अवतार की मूर्ति विराजमान है, जो भक्तों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस मंदिर में प्रभु से मांगी गईं सभी प्रार्थना जल्द पूरी हो सकती है। यहां हनुमान जी के दर्शनों के लिए भक्त दूर-दूर से आते हैं। पौराणिक मान्यता के अनुसार, हनुमान जी ने पंचमुखी अवतार अहिरावण का वध करने के लिए लिया था।

हनुमान धारा

धार्मिक मान्यता के अनुसार, सोने की लंका में आग लगाने के बाद हनुमान जी पूंछ में लगी आग को बुझाने के लिए उत्तर प्रदेश में चित्रकूट में पहुंचे थे, जिसकी वजह इसे हनुमान धारा कहते हैं। यहां धारा का भव्य नजारा देखने को मिलता है। यह स्थान हनुमान जी की ऊर्जा के साथ जुड़ा हुआ है।

मानसरोवर झील

तिब्बत के दक्षिण-पश्चिमी क्षेत्र में मानसरोवर झील है। यह कैलाश पर्वत के पास स्थित है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, हनुमान जी कैलाश पर्वत की यात्रा के दौरान मानसरोवर झील की भी यात्रा की थी। मानसरोवर झील को हनुमान जी के पवित्र स्थानों में शामिल है।

गंधमादन पर्वत

श्रीमद् भागवत पुराण के अनुसार, बजरंगबली गंधमादन पर्वत पर वास माना जाता है। गंधमादन पर्वत कैलाश पर्वत के उत्तर में स्थित है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस पर्वत पर महर्षि कश्यप, गंधर्व, किन्नरों, अप्सराओं का वास माना जाता है। इस पर्वत पर मंदिर भी है, जहां हनुमान जी और प्रभु श्री राम की प्रतिमा विराजमान है।

अंजनाद्रि हिल

अंजनाद्रि हिल कर्नाटक के हम्पी में है। इस स्थल को बेहद पवित्र माना जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस जगह पर मां अंजनी ने हनुमान जी को जन्म दिया था। यहां पर्वत पर एक मंदिर है, जहां संतान की प्राप्ति के लिए कामना की जाती है।

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